गूंजी हिंदी समस्त विश्व में, स्वप्न हुआ साकार|
भारतभूमि का कण-कण करे, हिंदी का जयकार||
हिंदी सप्ताह ‘अरुणिमा’ के अंतर्गत 23 जुलाई, 2024 को कक्षा छठी से आठवीं के लिए ‘वर्णों का वर्चस्व’ गतिविधि का आयोजन किया गया| इस गतिविधि को प्रश्नोत्तरी के रूप में प्रस्तुत किया गया, जिसमें कुल छह चरण रखे गए जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों में हिंदी भाषा के प्रति रुचि जागृत करना और उनके भाषा ज्ञान में वृद्धि करना था। गतिविधि अत्यंत सफल रही और विद्यार्थियों ने सभी चरणों में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इसके माध्यम से न केवल उनकी भाषा क्षमता को निखारा गया बल्कि उनमें सामूहिक कार्य और प्रतिस्पर्धा की भावना भी जागृत की गई। यह आयोजन विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत लाभदायक सिद्ध हुआ।
हिंदी सप्ताह के अंतर्गत 22 जुलाई,2024 को कक्षा छठी के लिए कथावाचन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया| इस प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों में साहित्य के प्रति रुचि जागृत करना तथा उनमें जीवन-मूल्यों का संचार करना था| छात्रों ने ऐतिहासिक व पौराणिक प्रसंगों पर आधारित कथाओं का वाचन किया| सभी प्रतिभागियों ने अपनी अभिव्यक्ति से सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया |शिक्षा निदेशिका जी के द्वारा छात्रों के आत्मविश्वास की सराहना की गई |
हिंदी हमारे जीवन मूल्यों, संस्कृति एवं संस्कारों की सच्ची संवाहक, संप्रेषक और परिचायक है| हिंदी भाषा को सुदृढ़ करने हेतु विद्यालय में ‘अरुणिमा’ हिंदी सप्ताह’ के अंतर्गत दिनांक 20.7.24 को कक्षा-’छठी से दसवीं’ तक स्वरचित आलेख ‘गतिविधि’ का आयोजन किया गया | जिसमें सभी विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया तथा अपने लेखन कौशल का शानदार प्रदर्शन किया।
हिंदी हमारे सम्मान, स्वाभिमान व गर्व की भाषा है| हिंदी भाषा को सुदृढ़ करने हेतु विद्यालय में ‘अरुणिमा’ हिंदी सप्ताह मनाया गयाl जिसमें विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया l वैश्विक गतिविधि के अंतर्गत कक्षा-’छठी से दसवीं’ हेतु ‘निबंध लेखन’ व कक्षा- ‘तीसरी से पाँचवीं’ हेतु ‘कहानी लेखन’ का आयोजन किया गया l कक्षा छठी से आठवीं के लिए ‘शब्दों का सामर्थ्य’ तथा ‘तीसरी से पाँचवीं’ के लिए ‘वर्णों का वर्चस्व’ व्याकरणिक विषयों पर आधारित गतिविधि में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया l कक्षा तीसरी से दसवीं के लिए आयोजित अंतर-सदनीय ‘कविता वाचन प्रतियोगिता’ में सभी प्रतिभागियों ने अपनी अभिव्यक्ति और सौंदर्य-अनुभूति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
‘करते हैं तन-मन से वंदन, जन-गण-मन की अभिलाषा का|
अभिनंदन अपनी संस्कृति का, आराधन अपनी भाषा का||’
हिंदी सप्ताह समारोह ‘अरुणिमा’ के अंतर्गत २७ जुलाई २०२३ को कक्षा-छठी से आठवीं में व्याकरणिक विषयों पर आधारित गतिविधि ‘शब्दों का सामर्थ्य’ का आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया|
यह गतिविधि शब्द भंडार में वृद्धि, शब्दों के उपयुक्त प्रयोग के साथ-साथ तार्किकता को सशक्त करने का एक उत्तम माध्यम है। इस गतिविधि में विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया।
निदेशिका महोदया द्वारा विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन व मार्गदर्शन भी किया गया |
हिंदी सप्ताह के प्रथम दिन; २६ जुलाई, २०२३ को कक्षा छठी से दसवीं के लिए ‘निबंध लेखन गतिविधि’ आयोजित की गई थी।
निबंध लेखन गतिविधि छात्रों के लिए सुगठित,संक्षिप्त एवं प्रभावपूर्ण विचार व्यक्त करने का एक श्रेष्ठ माध्यम था, जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
“कविता में सौंदर्य तथा भावना की सहज अभिव्यक्ति होती है|”
28 जुलाई, 2023 को भाई परमानंद विद्या मंदिर स्कूल में एक अंतर-सदनीय कविता पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। छठी से दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक प्रतियोगिता में भाग लिया| इसमें उन्हें अपनी प्रतिभा और आत्मविश्वास प्रदर्शित करने का सुनहरा अवसर मिला। चारों सदनों के प्रतिभागियों ने कविता पाठ करते हुए अपनी अभिव्यक्ति और सौंदर्य-अनुभूति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
विद्यार्थी का नाम | कक्षा | स्थान | सदन |
कौस्तुभ | दसवीं- ई | प्रथम | पटेल |
स्नेहा सिंघल | नवीं- ड | द्वितीय | पटेल |
दक्ष ललित श्रीहरि | नवीं-स नवीं-ई | तृतीय | आर्यभट्ट टैगोर |
हर्षप्रीत कौर | नवीं-अ | सांत्वना | टैगोर |
विद्यार्थी का नाम | कक्षा | स्थान | सदन |
आद्या गोयल | छठीं-ब | प्रथम | आर्यभट्ट |
पीयूष एंजल | सातवीं-ई आठवीं-स | द्वितीय | पटेल शंकराचार्य |
शौर्य शुक्ला | आठवीं-स | तृतीय | शंकराचार्य |
कनुशी राध्या बावा प्रांजल गाबा | छठी-स छठी-स आठवीं-ड | सांत्वना | टैगोर आर्यभट्ट पटेल |